भंडारे में भोजन करने वालों को तिलक लगाएं | Apply Tilak to those who eat food in Bhandara
अति आवश्यक सुझाव....।
जब कभी भी भण्डारे का आयोजन करें तो कृपया उसमें एक ऐसा व्यक्ति जरूर रखें जो भण्डारे में प्रसाद ग्रहण करने आने वालों को पहले तिलक लगाए। इस प्रकार से भंडारे में आने वाला हर आदमी आदर पाकर बहुत गर्वित होगा एवं हर हिन्दू में तिलक लगाने की परम्परा फैलेगी।
मैंने अपने शहर में देखा है कि-
मंगलवार या शनिवार को बहुत जगह एक साथ भंडारा होता है, जिसमें गैर हिन्दू के अनगिनत बच्चे पॉलिथीन बैग लेकर बहुत सारा भोजन इकट्ठा कर अपनी मुर्गी, बकरी को खिलाने के लिए संग्रह करते हैं। अधिकांश गैर हिन्दू प्रसाद नहीं खाते बल्कि उसे घर ले जाकर पशुओं को खिलाते हैं।
यदि तिलक लगाने की परंपरा की शुरुआत कर दी जाए और तिलक लगने के बाद भंडारा प्रसाद दिया जाए तो ।
दो अच्छी बातें होंगी :-
१. प्रथम- गाय खाने वाला गैर हिन्दू या अन्य कुपात्र भंडारे से प्रसाद लेने के लिए तिलक लगवाने से दूर भागेगा, इससे पवित्र प्रसाद (अन्नपूर्णा) का अपमान नहीं होगा।
२. दूसरा- दुबारा लाइन में लग कर बैग भरकर घर ले जाकर दुरूपयोग करने वाले तिलक लगा रहने से पहचान में आ जाएंगे।
3 प्रसाद उन सभी तक पहुचेगा जो आदर सत्कार से ग्रहण करेगा ।
4 और हिन्दू समाज में धीरे धीरे जागृति का भाव भी जागेगा।
अपने हिंदुत्व की रक्षा व पहचान के लिए एक बहुत ही सामान्य उपाय करो- तिलक लगाने और चोटी रखने की परंपरा को पुनर्जीवित करो।
हिंदुओं की एकता से पूरा बॉलीवुड दबाव में है ।
आपके सोशल मीडिया पर हिंदू धर्म के प्रति जागरूकता दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है इसलिए धर्मनिरपेक्ष हिंदू भी अपने धर्म के बारे में सोच रहे हैं।
विरोधियों ने भी हिंदुओं की ताकत पर ध्यान दिया है।
सोशल मीडिया पर मेहनत करते रहें, आपकी ताकत बढ़ रही है। मैं पूरा श्रेय मोदी, योगी और अमित शाह को दूंगा।
इससे हिंदुओं को एक अदृश्य शक्ति मिली है ध्यान दें कि विदेशों से भी लाखों लोग हमारे साथ आ रहे हैं अपने लोगों को जोड़ते रहें और ऐसी धार्मिक जागरूकता पैदा करें। जाति भेद को भूल कर एक दूसरे की मदद करें यदि आप एक हैं, तो भारत स्वतः ही एक हिंदू राष्ट्र घोषित हो जाएगाl
हिन्दू धर्म का किसी भी कीमत पर अपमान नहीं होना चाहिए।
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