तीन अनोखे गुरु | Motivational Story | Heart Touching Story | दिल को छूने वाली कहानी | प्रेरणादायक कहानी | RKT News
एक बार एक बिजनेसमैन एक ऑडिटोरियम में स्पीच दे रहे थे। बता रहे थे की लाइफ में बाउंस बैक कैसे करें? वह अपनी कहानी बता रहे थे की जब वह युवा अवस्था में थे, तो उन्होंने एक स्टार्टअप शुरू किया था। लेकिन किसी कारणवश उनका बिज़नेस फ्लॉप हो गया। उनकी एक लव लाइफ भी चल रही थी। लेकिन बिज़नेस फ्लॉप होने के कारण लड़की ने भी साथ छोड़ दिया। कुल मिलाकर उनकी पर्सनल लाइफ और प्रोफेशनल लाइफ दोनों ही खत्म हो गई।
अचानक एक रात वह बिना कुछ सोचे घर छोड़ कर चल दिए। उनके पास कोई योजना नही थी की क्या करना है?
वह बता रहे थे की मै अगले पूरे दिन भटकता रहा, भटकते-भटकते रात हो गई, अंत मे एक छोटे से शहर में पहुंचा। वहां पर दुकानें बंद हो गई थी, घर बंद हो गए थे। फिर वहां पर मुझे एक व्यक्ति दिखाई दिया जो एक दीवार में छेद करने की कोशिश कर रहा था। मै उसके पास गया और बोला “अगर आप इजाजत दें तो मुझे आज की रात रुकना है। क्या आज की रात बिताने के लिए आपके घर में जगह मिल जाएगी?”
वह व्यक्ति बोला, “क्या बात कर रहे हैं? मैं तो यहां खुद दूसरे के घर के दीवार मे छेद कर रहा हूं। भाई, मैं तो चोर हूं। मेरे घर में कैसे रुकोगे?”
बहुत अनुरोध करने के बाद चोर बोला, “ठीक है! आज की रात मेरे साथ रुक जाओ।”
मैं उस रात चोर के घर गया। उस रात के बाद मुझे मालूम चला कि चोर बड़ा अच्छा आदमी है। वहां मैं 15 दिन तक रुका रहा। हर रात चोर चोरी करने जाने से पहले दो बात बोल करके जाता था। पहली बात, आराम से सोना और दूसरी बात, सोने से पहले ऊपर वाले की प्रार्थना कर लेना।
जब चोर चोरी करके वापस आता तो अगली सुबह मै उससे पूछता था, “क्या कल रात में कोई बड़ा माल हाथ लगा?”
चोर कहता था, “कुछ भी नहीं मिला, मुझे लगता है ऊपर वाले कुछ कृपा करेगें और आने वाले दिनों में कुछ अच्छा मिल जाएगा।”
चोर रोजाना यह बोलता था कि शायद इस रात कुछ अच्छा हो जाएगा। हालांकि वो एक चोर था पर वह चोर मुझे बहुत बड़ी सीख दे रहा था कि जीवन मे हमेशा पॉजिटिव रहे। उन 15 दिनों में उस चोर को मैंने अपना पहला गुरु माना। जिससे मैंने सीखा कि जीवन में हमेशा पॉजिटिव रहना है।
जब मै वहाँ से चला तो थोड़े दिनों के बाद जंगल में मुझे दूसरा गुरु मिला। एक कुत्ता बहुत तेजी से भाग रहा था। मुझे बहुत प्यास लग रही थी। मै भी उसके पीछे-पीछे चलने लगा।
मैंने देखा की वह जंगल के बीच से निकल कर नदी के पास पहुंच गया। उसने मुझे नदी का रास्ता दिखा दिया। वहां जाकर मैंने अपनी प्यास बुझाई। लेकिन मैंने देखा कि कुत्ता अपनी प्यास नहीं बुझा पा रहा है। वह नदी के पास जा रहा है और फिर वापस आ जा रहा है।
थोड़ी देर के बाद मुझे समझ आया कि शायद कुत्ता अपनी परछाई देखकर डर रहा है। उसे लग रहा था कि एक और कुत्ता नदी में है। कुत्ता कुछ देर तक आता जाता रहा। फिर उसने हिम्मत करके छलांग लगाई और नदी में कूद गया। पानी पी कर वापस बाहर आ गया।
उस छोटी सी घटना ने मुझे दूसरी बड़ी सीख दी। वह मेरा दूसरा गुरु था, जिसने मुझे सिखाया कि अगर जिंदगी में परेशानियाँ आती हैं तो एक छलांग लगाइए। क्या पता वह परेशानी नीचे से निकल जाए।
फिर मुझे अपना तीसरा गुरु मिला। एक बार मै एक छोटे से गांव में घूम रहा था। वहाँ मैंने देखा कि एक छोटा सा बच्चा जलता हुआ मोमबत्ती लेकर मंदिर के तरफ जा रहा है। मैंने उससे पूछा कि बेटा, “क्या करने जा रहे हो?” बच्चे ने कहा, “मंदिर जा रहा हूं।”
फिर मैंने उस बच्चे से मजे लेने की सोची। मैंने उससे कहा, “बेटा जब आपने मोमबत्ती जलाई होगी तो पहले यह बुझ रही होगी। फिर आपने मोमबत्ती जलाई होगी तो वह प्रकाश अचानक कहां से आया?”
उस लड़के को लगा कि यह व्यक्ति मेरी फिरकी ले रहा है। उस लड़के ने तुरंत मोमबत्ती बुझा दी और फिर मुझसे पूछा, “अब आप बताईये कि जो उजाला अभी जल रहा था, वह कहां गया?”
उसने भी मेरी फिरकी ली। उस दिन उस छोटे से बच्चे ने मुझे सिखाया की अगर आपको लगता है कि आपके पास बहुत सारा ज्ञान हैं तो आप गलत सोचते हैं। आप से ज्यादा ज्ञानी इस दुनिया में है। मेरा अहंकार चकनाचूर हो गया।
मुझे यह तीन गुरु मिले जिन्होंने मुझे जीवन में वापसी करने का का रास्ता दिखाया। उस दिन के बाद वापस मै अपने घर आया। अपना बिजनेस शुरू किया और फिर मेरी शादी हो गई। आज मेरा जीवन आनंदमय है और मैंने इन 3 गुरुओं से सीखा कि लाइफ में बाउंस बैक करना कितना जरूरी है और कैसे करना है?
कहानी का सार : आपकी और हमारी जिंदगी मे परेशानियाँ आती रहती है। अगर आपके जिंदगी मे भी कोई परेशानी आती है तो निराश मत होइये और उम्मीद रखिये की आने वाले दिनों मे कुछ अच्छा होगा। उस कुत्ते की तरह एक लंबी छलांग लगाइये, मुश्किलें स्वयं ही टल जायेंगी।
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