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Anurodh | जो जितना ज्यादा भयभीत होता है वो उतना ही ज्यादा क्रूर होता है

 जो जितना ज्यादा भयभीत होता है वो उतना ही ज्यादा क्रूर होता है

Anurodh | जो जितना ज्यादा भयभीत होता है वो उतना ही ज्यादा क्रूर होता है


श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन के महान नेता आचार्य श्री धर्मेंद्र जी महाराज का ये कालजयी वचन है जो जितना ज्यादा भयभीत होता है वो उतना ही ज्यादा क्रूर होता है । 


गाजा के अंदर 2 नवंबर तक इजराइल 18,000 टन बम गिरा चुका है । एक स्मार्ट बम 1 टन का होता है और एक टन में एक हजार किलोग्राम होते हैं । इस तरह बीस बीस बम रोज गाजा पर फेंके जा रहे हैं । सारा हिसाब किताब लगाने के बाद अगर टन को किलोग्राम में बदल दें तो तथ्य ये है कि सिर्फ 350 वर्ग किलोमीटर में फैले (भारत में लगभग एक छोटे जिले जितना आकार ) गाजा पट्टी पर करीब 2 करोड़ किलोग्राम बम गिराए जा चुके हैं । हजारों लोग मारे जा चुके हैं । जिसमें से 4 हजार से ज्यादा बच्चे हैं । 1 लाख 40 हजार इमारतें टूट गई हैं । 


आतंकी बच्चों को मानवढाल बना रहे हैं आज भी इंडियन एयरफोर्स का हिंदू पायलट बच्चों पर बमबारी की कल्पना से ही कांप जाएगा, उसके हाथ कांप जाएंगे लेकिन इजराइल के यहूदी पायलटों के हाथ नहीं कांपेंगे । इजराइल इसलिए इतना क्रूर है क्योंकि वो भयभीत है, वो इसलिए भयभीत है क्योंकि वो शत्रु मुस्लिम देशों से घिरा हुआ है । इजराइल राष्ट्र का थीम है... हथियारों के तहत एक राष्ट्र । 


ऐसा नहीं कि हिंदुओं की स्थिति यहूदियों से बेहतर है । यहूदियों से ज्यादा हिंदू लुटे पिटे हैं । अफगानिस्तान से खत्म हुए, पाकिस्तान से खत्म हुए, बांग्लादेश में खत्म होने की कगार पर हैं । मुस्लिम राष्ट्रों से ही घिरे हुए हैं । और भारत के अंदर भी कोई अच्छी स्थिति में नहीं हैं । लेकिन इसके बावजूद भी अधिकांश हिंदू भयभीत नहीं है । अधिकांश हिंदुओं में शत्रुबोध नहीं है । अधिकांश हिंदुओं को देश के दुश्मनों का पता ही नहीं है । (यहां उनकी बात नहीं जो खुद को वीर बहादुर समझते हैं)


जबकि अहिंसा के आदर्श पर चलने वाला बौद्ध धर्म और बौद्ध धर्म के अनुयायियों ने म्यांमार के अंदर रखाइन प्रांत को मलेच्छ आतंकियों से साफ कर दिया और वहां के सारे रोहिंग्याओं को भगा दिया । आज ये रोहिंग्या हिंदुस्तान में आराम से शरण लिए हुए हैं । रोहिंग्या भारत की नसों में कहां कहां तक घुस गए हैं ? ये बताने की जरूरत नहीं है लेकिन फिर भी हिंदुओं के अंदर कोई भय नहीं है ।


इजराइल के अंदर 7 अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने यहूदी औरतों को युद्ध में जीती गई ट्राफी के तहत गाजा में मजहबी नारे लगाकर नंगा घुमाया, सिर काट डाले, बच्चों के सामने माता पिता को मार डाला, माता पिता के सामने बच्चों को मार डाला और बच्चों को ओवन में जला डाला । इतनी क्रूरता हुई लेकिन इसको देखकर भी हिंदुओं के मन में कोई भय नहीं पैदा हुआ । यहां तक कि 80 प्रतिशत हिंदुओं को ये पता भी नहीं कि आखिर इजराइल में हो क्या रहा है ? जबकि इजराइल, इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ ही एक जंग लड़ रहा है वो हमारी ही लड़ाई लड़ रहा है लेकिन अधिकांश हिंदू अलग ही दुनिया में है और सुसुप्त अवस्था में है ।


इसी सुसप्तावस्था को तोड़ देना ही हमारा लक्ष्य होना चाहिए

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