आज का वैदिक पंचांग | Aaj Ka Vedic Panchang
🌤️ दिनांक - 20 सितम्बर 2023
🌤️ दिन - बुधवार
🌤️ विक्रम संवत - 2080 (गुजरात - 2079)
🌤️ शक संवत -1945
🌤️ अयन - दक्षिणायन
🌤️ ऋतु - शरद ॠतु
🌤️ मास - भाद्रपद
🌤️ पक्ष - शुक्ल
🌤️ तिथि - पंचमी दोपहर 02:16 तक तत्पश्चात षष्ठी
🌤️ नक्षत्र - विशाखा दोपहर 02:59 तक तत्पश्चात अनुराधा
🌤️ योग - विष्कंभ 21 सितम्बर रात्रि 03:06 तक तत्पश्चात प्रीति
🌤️ राहुकाल - दोपहर 12:32 से दोपहर 02:03 तक
🌞 सूर्योदय-06:27
🌤️ सूर्यास्त- 18:36
👉 दिशाशूल- उत्तर दिशा में
🚩 व्रत पर्व विवरण - ऋषि पंचमी,सामा पंचम
💥 विशेष- पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🌷 सूर्य षष्ठी 🌷
भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मोरयाई छठ का व्रत रखा जाता है। इसे मोर छठ या कुछ स्थानों पर सूर्य षष्ठी व्रत भी कहते हैं। इस बार यह व्रत 21 सितम्बर, गुरुवार को है। भविष्योत्तर पुराण के अनुसार, प्रत्येक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को भगवान सूर्य के निमित्त व्रत करना चाहिए। इनमें भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा स्नान, सूर्योपासना, जप एवं व्रत किया जाता है। इस दिन सूर्य पूजन, गंगा स्नान एवं दर्शन तथा पंचगव्य सेवन से अश्वमेघ यज्ञ के समान फल प्राप्त होता है। इस दिन व्रत को अलोना (नमक रहित) भोजन दिन में एक बार ही ग्रहण करना चाहिए। सूर्य पूजा में लाल फूल, गुलाल, लाल कपड़ा, लाल रंग की मिठाई आदि का विशेष महत्व है।
🌷 गणेश उत्सव 🌷
मोर पंख सिर्फ भगवान श्रीकृष्ण को नहीं, बल्कि सभी देवी–देवताओं को प्रिय है। इसमें नौ ग्रहों का निवास भी माना गया है। ज्योतिष शास्त्र से जुड़े कुछ खास उपायों को गणेश उत्सव पर किया जाए तो पैसों के साथ ही जीवन की अन्य कई तरह की समस्याओं को दूर किया जा सकता है। आइए जानते हैं मोर पंख से जुड़े कुछ खास आसान उपाय….
गणेश उत्सव में सिर्फ 1 मोर पंख बदल सकता है आपका भाग्य
🌷 कारगर उपाय 🌷
आपका भाग्य बदल सकता है गणेश जी को चढ़ाया हुआ एक मोरपंख
🌿 पैसों से जुड़ी प्राॅब्लम
जिन लोगों को पैसों की कमी रहती है वे पर्स में ये मोर पंख रखें।
🌿 रुके हुए काम होंगे पूरे
इस मोर पंख को हमेशा साथ रखने पर रुके हुए काम पूरे होने लगते हैं।
🌿 बच्चा जिद्दी हो तो
उस बच्चे के सिर से पैर तक ये मोर पंख फिरा दें। फायदा होगा।
🌿 डरावने सपने आते हों तो
रात में डरावने सपने आते हों तो मोर पंख को सिरहाने रखकर सोएं।
🌿 नकारात्मक शक्ति
मोर पंख को घर के किसी ऐसी जगह पर रखें जहां से वो दिखाई दे तो नकारात्मकता दूर होगी।
🌿 बरकत के लिए
साउथ इस्ट में इस मोर पंख को रखने से घर में हमेशा बरकत रहेगी।
🌿 किताब में मोर पंख
इस मोर पंख को स्टूडेंट अपनी किताब में रखें तो पढ़ाई में मन लगने लगेगा।
🌿 यदि वास्तुदोष हो तो
यदि मुख्य द्वार दोष में हो तो दरवाजे के ऊपर तीन मोर पंख लगाएं।
🌿 शत्रु परेशान कर रहा हो तो
मंगलवार को मोर पंख से हनुमानजी के मस्तक पर सिंदूर से शत्रु का नाम लिखे।रात भर मोर पंख को देवस्थान पर रखें व सुबह बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें।
मोरपंख को घर में रखने से नकारात्मक उर्जा का वास नहीं होता. इससे घर में सकारात्मक उर्जा आने लगती है. - जिस व्यक्ति की राशि में राहू दोष होता हैं उन्हें अपनी जेब या डायरी में मोरपंख रखना चाहिए. ऐसा करने से राहू दोष खत्म हो जाता है और किसी भी काम में कोई बाधा उत्पन्न नहीं होती.
अगर आपके वैवाहिक जीवन में तनाव है तो अपने शयनकक्ष में मोरपंख रखें, इससे पति पत्नी के बीच प्यार बढ़ता है।
पंचक प्रारंभ : मंगलवार, 26 सितंबर 2023 अपराह्न 08:28 बजे
पंचक समाप्त : शनिवार, 30 सितंबर 2023 को रात 09:08 बजे
एकादशी,
भाद्रपद, शुक्ल एकादशी)
सोमवार, 25 सितंबर 2023
25 सितंबर 2023 पूर्वाह्न 07:56 बजे - 26 सितंबर 2023 पूर्वाह्न 05:01 बजे
एकादशी तिथि
अक्टूबर में
कृष्ण पक्ष एकादशी (इंदिरा एकादशी, अश्विना, कृष्ण एकादशी)
मंगलवार, 10 अक्टूबर 2023
09 अक्टूबर 2023 दोपहर 12:37 बजे - 10 अक्टूबर 2023 दोपहर 03:09 बजे
जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभ आशीष
दिनांक 20 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 2 होगा। आप अत्यधिक भावुक होते हैं। आप स्वभाव से शंकालु भी होते हैं। दूसरों के दु:ख-दर्द से आप परेशान हो जाना आपकी कमजोरी है। ग्यारह की संख्या आपस में मिलकर दो होती है इस तरह आपका मूलांक दो होगा। इस मूलांक को चंद्र ग्रह संचालित करता है। चंद्र ग्रह मन का कारक होता है।
चंद्र के समान आपके स्वभाव में भी उतार-चढ़ाव पाया जाता है। आप अगर जल्दबाजी को त्याग दें तो आप जीवन में बहुत सफल होते हैं। आप मानसिक रूप से तो स्वस्थ हैं लेकिन शारीरिक रूप से आप कमजोर हैं। चंद्र ग्रह स्त्री ग्रह माना गया है। अत: आप अत्यंत कोमल स्वभाव के हैं। आपमें अभिमान तो जरा भी नहीं होता।
शुभ दिनांक : 2, 11, 20, 29
शुभ अंक : 2, 11, 20, 29, 56, 65, 92
शुभ वर्ष : 2027, 2029, 2036
ईष्टदेव : भगवान शिव, बटुक भैरव
शुभ रंग : सफेद, हल्का नीला, सिल्वर ग्रे
कैसा रहेगा यह वर्ष
लेखन से संबंधित मामलों में सावधानी रखना होगी। बगैर देखे किसी कागजात पर हस्ताक्षर ना करें। किसी नवीन कार्य योजनाओं की शुरुआत करने से पहले बड़ों की सलाह लें। व्यापार-व्यवसाय की स्थिति ठीक-ठीक रहेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से संभल कर चलने का वक्त होगा। पारिवारिक विवाद आपसी मेलजोल से ही सुलझाएं। दखलअंदाजी ठीक नहीं रहेगी।
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