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Kajri Teej 2023: कजरी तीज कब है? जानें सही तिथि, पूजा विधि और महत्व

Kajri Teej 2023: कजरी तीज कब है? जानें सही तिथि, पूजा विधि और महत्व

Kajri Teej 2023: कजरी तीज कब है? जानें सही तिथि, पूजा विधि और महत्व


भाद्रपद मास के तीसरे दिन यानी भाद्रपद कृष्ण तृतीया तिथि (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार श्रावण मास तृतीया तिथि) इस बार (02 सितम्बर, शनिवार) विशेष फलदायी होती है, क्योंकि यह तिथि माता पार्वती को समर्पित है। इस दिन भगवान शंकर तथा माता पार्वती के मंदिर में जाकर उन्हें भोग लगाने तथा विधि-विधान पूर्वक पूजा करने से सभी सुखों की प्राप्ति होती है। 


Kajri Teej 2023: कजरी तीज कब है? जानें सही तिथि, पूजा विधि और महत्व


इस दिन कजरी तीज का उत्सव भी मनाया जाता है। कजरी तीज को सतवा तीज भी कहते हैं। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को फूल-पत्तों से सजे झूले में झुलाया जाता है। चारों तरफ लोक गीतों की गूंज सुनाई देती है।


Kajri Teej 2023: कजरी तीज कब है? जानें सही तिथि, पूजा विधि और महत्व


कई जगह झूले बांधे जाते हैं और मेले लगाए जाते हैं। नवविवाहिताएं जब विवाह के बाद पहली बार पिता के घर आती हैं तो तीन बातों के तजने (त्यागने) का प्रण लेती है- पति से छल कपट, झूठ और दुर्व्यवहार और दूसरे की निंदा। 


Kajri Teej 2023: कजरी तीज कब है? जानें सही तिथि, पूजा विधि और महत्व


मान्यता है कि विरहाग्नि में तप कर गौरी इसी दिन शिव से मिली थी। इस दिन पार्वती की सवारी निकालने की भी परम्परा है। व्रत में 16 सूत का धागा बना कर उसमें 16 गांठ लगा कर उसके बीच मिट्टी से गौरी की प्रतिमा बना कर स्थापित की जाती है तथा विधि-विधान से पूजा की जाती है।

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